+91 78082 82425

mungersevamanch@gmail.com

Image

About Us

मुंगेर सेवा मंच

मुंगेर सेवा मंच का गठन मुंगेर के सर्वांगीण विकास, स्थानीय नागरिकों के सहयोग, प्रशासन और नागरिकों के बीच एक सेतु का कार्य करना एवं विभिन्न समस्याओं के समाधान के लिए प्रयास करना है ।

सोसाइटीज रजिस्ट्रीकरण अधिनियम 1860, के अधीन दिनांक 09 दिसंबर 2024 को निबंधित मुंगेर सेवा मंच, 04 वर्ष पहले एक व्हात्सप्प ग्रुप के रूप में आरंभ हुआ था और आज से अपने उद्देश्य और कार्यों का सफलता पूर्वक निर्वहन करते हुए, एक पंजीकृत संगठन के रूप मे परिणित हुआ है ।

Areas of Social Service

समाज सेवा के कार्य

  1. संस्था द्वारा समाज के दलित, पिछड़ों, आर्थिक से कमजोर वर्गों, आदिवासियों, असहाय महिलाओं अनाथों के आर्थिक, सामाजिक, शैक्षणिक, सांस्कृतिक एवं नैतिक विकास हेतु विभिन्न कार्यक्रमों का संचालन करना ।
  2. शिक्षित बेरोजगार युवक-युवतियों को स्वावलम्बी बनाने हेतु टंकणकला, आशुलिपि, कम्प्यूटर, इलेक्ट्रोनिक्स एवं अन्य तकनीकी एवं गैर तकनीकि शिक्षण प्रशिक्षण संस्थान का संचालन करना ।
  3. महिलाओं को रोजगारोन्मुख बनाने हेतु सिलाई, कढ़ाई, बुनाई, कशीदाकारी, पेन्टिंग, गुडिया निर्माण एवं अन्य व्यवसायिक प्रशिक्षण सौन्दर्य एवं प्रसाधन आदि की जानकारी देना ।
  4. महिलाओं एवं बच्चों के चौमुखी विकास हेतु महिला मंडल, बालबाड़ी, आगनबाडी स्वयं सहायता समूह, पालनागृह, पौष्टिक आहार केन्द्र का संचालन करना ।
  5. निःसहाय महिलाओं एवं पूरुषों के आर्थिक विकास हेतु लघु उद्योग, कुटीर उद्योग, गृह उद्योग, खादी ग्रामोद्योग, मत्स्यपालन, मधुमक्खीपालन, रेशमकीट पालन, पशुपालन डेयरी उद्योग फल एवं खाद्य प्रसंस्करण का प्रशिक्षण देना एवं स्वावलम्बी बनने में मदद करना ।
  6. बच्चों, वृद्धों, विधवाओं के लिए आश्रय स्थल, भोजन, शिक्षा आदि की व्यवस्था करना । उनके लिए कल्याणकारी कार्यों का सम्पादन करना महिलाओं के लिए पौष्टिक आहार वितरण केन्द्र का संचालन करना ।
  7. संस्था द्वारा कम्प्यूटर से संबंधित विभिन्न स्तर के व्यवसायिक पाठ्यक्रमों का संचालन, हार्ड वेयर, साफ्टवेयर, हुनर, इन्टरनेट आदि विभिन्न पाठ्यक्रमों का प्रशिक्षण केन्द्र का संचालन करना ।
  8. संस्था द्वारा लोगों को सरकार द्वारा नये नये नीतियों के बारे में जागरूक करना तथा सरकार एवं समाज के बीच एक कड़ी का का कार्य करना ।
  9. संस्था द्वारा सरकार का अन्य एजेन्सियों द्वारा प्रायोजित कार्यक्रम का संचालन में सहयोग प्रदान करना तथा सार्वजनिक स्थलों के देख भाल, रख-रखाव
  10. शिक्षा के प्रचार-प्रसार के लिए विभिन्न कार्यक्रमों का संचालन कर लोगों के बौद्धिक विकास में मदद करेगी तथा आवासीय विद्यालय, पुस्तकालय, वाचनालय, पठन-पाठन कक्ष, छात्रावास, अल्पसंख्यक विद्यालय, मुक एवं बधिर विकलांग विद्यालय का संचालन करना तथा गरीब असहाय, विकलांग, अल्पसंख्यक छात्र एवं छात्राओं को हर संभव आर्थिक सहायता देकर आगे बढ़ने में मदद करना।
  11. समाज के सभी वर्गों के गरीब लोगों के स्वास्थ्य की रक्षा हेतु स्वास्थ्य सेवा उपलब्ध कराना। टीकाकरण शिविर, स्वास्थ्य शिविर आदि का संचालन करना। असाध्य रोग, एड्स, कैंसर, टी०बी० कालाजार हेपटाईटिस आदि से बचने हेतु आवश्यक जानकारी देना एवं ग्रसित लोगों को चिकित्सा सेवा, एम्बुलेश सेवा, चलन्त चिकित्सा उपलब्ध कराना तथा।
  12. संस्था द्वारा लोगों के स्वास्थ्य रक्षा हेतु आयुर्वेदिक चिकित्सा, प्राकृतिक चिकित्सा, होमियोपैथिक चिकित्सा के द्वारा अधिक से अधिक मदद पहुँचाना तथा विभिन्न प्रकार की चिकित्सा पद्धतियों का प्रचार-प्रसार एवं प्रशिक्षण करना।
  13. अन्य बाल श्रमिक, महिला श्रमिक एवं अन्य श्रमिकों के कल्याणार्थ कार्यक्रमों का संचालन करना। उनके लिए शिक्षा एवं पुर्नवास की व्यवस्था करना। विकलांगों को समाज के मुख्य धारा में जोड़ने हेतु आवश्यक कार्यक्रमों का संचालन करना।
  14. पर्यावरण को प्रदूषण मुक्त बनाने हेतु वृक्षारोपण एवं अन्य कार्यक्रमों का संचालन करना। सौर उर्जा, गोबर गैस, प्राकृतिक उर्जा का प्रचार-प्रसार करना। ग्रामीण एवं शहरी क्षेत्र में स्वच्छता अभियान का संचालन करना। लोगों को स्वच्छ पेयजल, शौचालय आदि उपलब्ध कराना तथा सड़क सुरक्षा अभियान के तहत यातायात के नियमों का प्रचार-प्रसार करना।
  15. आकस्मिक आपदाओं जैसे बाढ़, अकाल, महामारी, सुखाड आदि में राहत कार्यक्रमों का संचालन करना। राहत कार्यों में सहयोग करना।
  16. समाज में व्याप्त कुरीतियों जैसे बाल-विवाह, भ्रूण हत्या, दहेज प्रथा, नाशाखोरी, आदि की रोकथाम हेतु कार्यक्रमों का संचालन करना। आदर्श विवाह, विधवा विवाह को प्रोत्साहित करना।
  17. कृषि एवं बागवानी के विकास हेतु कृषकों को आधुनिक औजार, उन्नत बीज, उन्नत खाद, सिंचाई के उपयुक्त साधन, जलछाजन, जलसंचयन, नलकूप, तालाब आदि उपलब्ध कराना । औषधि पौधों एवं नगदी पौधों के उत्पादन हेतु आवश्यक संसाधन उपलब्ध कराना तथा औषधिय पौद्यों का नर्सरी एवं प्रचार-प्रसार करना ।
  18. पुस्तकालय, वाचनालय, संगीतालय का संचालन करना । पत्र-पत्रिकाओं का प्रकाशन वितरण एवं संग्रह करना । नाटक, नृत्य, संगीत, वाद्य का प्रशिक्षण देना ।
  19. देश की एकता, अखण्डता, आपसी सद्भावना कार्यक्रमों का संचालन करना । उपभोक्ता संरक्षण, पंचायती राज, वयस्क मताधिकार, मानवाधिकार आदि की जानकारी देना एवं जागरूक करना ।
  20. संस्था द्वारा भरतवर्ष के स्वतंत्रता संग्राम से संबंधित महत्वपूर्ण स्थलों, अमर शहीदों के नमन स्थलों एवं स्मारकों की देख-भाल एवं संरक्षण हेतु कार्यक्रम संचालन करना तथा स्थलों के प्रचार-प्रसार के साथ-साथ उत्थान हेतु कार्य करना ।